California Mahavir Jayanti: कैलीफोर्निया प्रांतीय एसेम्बली में पहली बार महावीर जयंती समारोह मनाया गया। इस दौरान जैन समुदाय के एक मशहूर नेता ने ‘डिजिटल डीटॉक्स’ अभियान भी शुरू किया। जयंती समारोह में शांति, करुणा, अहिंसा और प्रेम के महत्व पर प्रकाश डाला गया। जैन समुदाय के आध्यात्मिक नेता लोकेश मुनि भारत से यहां पहुंचे और उन्होंने ‘फेडरेशन ऑफ जैन एसोसिएशन्स इन नॉर्थ अमेरिका’ के पूर्व अध्यक्ष प्रेम जैन, निदेशक बिरेन शाह एवं अन्य नेताओं के साथ समारोह में हिस्सा लिया।
वैश्विक समस्याओं का हल
लोकेश मुनि ने कहा, ‘‘ कैलीफोर्निया प्रांतीय एसेम्बली में, गरिमामय वातावरण में, खासकर कैलीफोर्निया के सीनेटर और एसेम्बली के सदस्यों की गौरवशाली उपस्थिति में जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जयंती मनाई जा रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ भगवान महावीर का दर्शन बहुत महत्वपूर्ण एवं प्रासंगिक है। आज यह उतना ही प्रासंगिक है जितना कि अतीत में उपयोगी था। भगवान महावीर के दर्शन में कई वैश्विक समस्याओं का हल ढूंढा जा सकता है।’’
‘डिजिटल डीटॉक्स’ अभियान के फायदे
प्रांतीय एसेम्बली परिसर से ‘डिजिटल डीटॉक्स’ अभियान को प्रारंभ करते हुए जैन समुदाय के प्रख्यात नेता अजय भूटोरिया ने प्रांतीय सीनेटर डेव र्कोटिस, कैलीफोर्निया एसेम्बली के सदस्य एस कालरा, एलेक्स ली और लिज ओर्टेगा के साथ अनुव्रत ‘डिजिटल डीटॉक्स’ अभियान के फायदों से संबंधित बातें साझा कीं। भूटोरिया ने जैन आध्यात्मिक नेता आचार्य महाश्रमण के उपदेशों के प्रसार के लिए अनुव्रत ‘डिजिटल डीटॉक्स’ अभियान शुरू किया।
डिजिटल स्क्रीन से दूरी है जरूरी
अजय भूटोरिया ने कहा कि, यह जरूरी है कि डिजिटल स्क्रीन से दूरी बनाकर जिंदगी की सुंदरता को फिर से देखें। भूटोरिया ने कहा, “आज की तेज रफ्तार दुनिया में डिजिटल स्क्रीन हमारी जिंदगी पर हावी है। डिजिटल स्क्रीन से दूरी बनाना बहुत सकारात्मक हो सकता है।”
‘डिजिटल डिटॉक्स’ है क्या
एक तय समय के लिए मोबाइल फोन, लौपटॉप या फिर ऐसे ही इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज से दूरी बना लेने को डिजिटल डिटॉक्स कहा जाता है। किसी भी चीज की अधिकता परेशानी का सबब बन सकती है खासतौर वो भी तब जब आप घर के अंदर एक डिवाइस के साथ वक्त बिता रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज पर हर समय एक्टिव रहना भी एक लत की तरह है जो आपकी सेहत के बेहद नुकसानदेह है। डिजिटल डिटॉक्स आपको इसी लत से बचाने की एक प्रक्रिया है। इसमें एक समय तय होता है जब तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म समेत मोबाइल या लैपटॉप से दूरी बना ली जाती है। भाषा
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