नई दिल्ली. अगले सत्र से छात्रों को एनसीईआरटी की पुस्तकों के लिए भटकना नहीं होगा. मानव संसाधन मंत्रालय छात्रों की परेशानी का ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है. एनसीईआरटी प्राथमिकता के स्तर पर छात्रों को देश की 22 अनुसूचित भाषाओं पर पुस्तक उपलब्ध कराएगा. साथ ही, सीबीएसई ने निर्देश दिया है कि जहां तक संभव हो कम से कम कक्षा 5 तक अधिकतम कक्षा 8 तथा अग्रिम कक्षाओं में मूल भाषा, मातृभाषा, स्थानीय भाषा या क्षेत्रीय भाषा को शिक्षा के माध्यम के रूप में उपयोग किया जाए.
शिक्षा मंत्रालय ने एनसीईआरटी को 22 अनुसूचित भारतीय भाषाओं के माध्यम से नई पाठ्य पुस्तकें तैयार करने का निर्देश दिए हैं. एनसीईआरटी ने इस गंभीर कार्य को प्राथमिकता पर लिया है, जिससे अगले सत्र से सभी छात्रों को 22 अनुसूचित भाषाओं में पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराई जा सकें.
बहुभाषिक शिक्षा के कार्यान्वयन और शिक्षा के माध्यम के रूप में मातृभाषा का उपयोग करने में कई चुनौतियां का सामना करना पड़ सकता है. कुछ प्रमुख बाधाओं में बहुभाषी में पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की उपलब्धता, उच्च-गुणवत्ता वाली बहुभाषिक पाठ्यपुस्तकें तैयार करना, सीमित समय सीमा, विशेषतः द्विपालित सरकारी विद्यालयों में शामिल हैं, क्योंकि बहुभाषी में शिक्षा प्रदान करने में अतिरिक्त शिक्षण समय की आवश्यकता रहती है.
इसके अलावा उच्च शिक्षा में भी भारतीय भाषाओं के माध्यम से पाठ्य पुस्तकें तैयार करने और अंग्रेजी माध्यम के अतिरिक्त भारतीय भाषा माध्यमों से प्रक्रिया शुरू की जाएगी. भारतीय भाषाओं के माध्यम से परीक्षा आयोजित करने की तैयारी भी ;आरम्भ कर दी है.
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FIRST PUBLISHED : July 26, 2023, 16:40 IST
