भारतीय किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसानों ने की नारेबाजी
मोदीनगर। भारतीय किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले ग्रामीण और किसानों ने बिजली से जुड़ी समस्याओं को लेकर शुक्रवार को सीकरी रोड स्थित अधिशासी अभियंता कार्यालय का घेराव किया। आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी करते हुए कार्यालय पर तालाबंदी कर धरने पर बैठ गए। आंदोलनकारियों ने एसडीओ को दो घंटे तक बंधक बनाए रखा। अधिशासी अभियंता ने समस्या के समाधान का भरोसा देकर धरना प्रदर्शन समाप्त कराया। भारतीय किसान मजदूर मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. बबली गुर्जर, सत्येंद्र शर्मा, राहुल गुर्जर और नीरज प्रजापति के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और किसान एकत्रित होकर शुक्रवार पूर्वाहन सीकरी रोड स्थित अधिशासी अभियंता कार्यालय पहुंचे। आक्रोशित लोग वहां नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे। आक्रोशित लोगों ने मुख्य दरवाजे की तालाबंदी कर दी और बाहर धरना देकर बैठ गए। तभी उनके बीच एसडीओ प्रदीप कुमार पहुंचे। ग्रामीणों ने उन्हें भी अपने पास बैठा लिया और अधिशासी अभियंता को बुलाने की मांग पर अड़ गए। बबली गुर्जर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कृषि फीडर पर मात्र तीन से चार घंटे की विद्युत आपूर्ति की जा रही है। जिस कारण खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने सिंचाई हेतु कम से कम 10 घंटे विद्युत आपूर्ति देने की मांग की। आरोप लगाया कि नगर के कई क्षेत्रों में विद्युत ट्रांसफार्मर फुंके पड़े हैं और उन्हें बदलने में विभाग कई कई दिन लगा रहा है। उन्होंने ट्रांसफार्मर बदलने के लिए सुविधा शुल्क लेने का भी आरोप लगाया। बबली गुर्जर ने बताया कि सीकरी खुर्द, नंदनगरी, विश्वकर्मा बस्ती इंद्रपुरी और भूपेंद्रपुरी सहित कई स्थानों की बिजली को गदाना विद्युत फीडर से जोड़ दिया गया है। इससे अधिकांश समय गंभविद्युत आपूर्ति बाधित रहती है। गदाना फीडर पर पहले से ही बहुत कि लोड है इसलिए इन क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति को पहले की तरह मोदी स्टील फीडर से ही जोड़ा जाए। अधिशासी अभियंता महेश उपाध्याय ने आंदोलनकारियों से फोन पर वार्ता की और उन्हें समस्याओं के समाधान का भरोसा दिया। इसके बाद आंदोलनकारी शांत हुए। उन्होंने एक ज्ञापन एसडीओ को सौंपा। इस अवसर पर निर्दोष खटाना, धर्मवीर सिंह, वेदप्रकाश, बबलू कौशिक, आलोक भारती, राज वर्मा समेत कई मौजूद रहे।
कृषि क्षेत्र समेत सभी क्षेत्रों में शासन के निर्देशानुसार ही बिजली आपूर्ति की जा रही है। लोगों की समस्याओं को शासन को भेजा गया है। महेश उपाध्याय, अधिशासी अभियंता