Ghaziabad :  11 नवंबर को लोनी बॉर्डर पुलिस और पशु तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ का चश्मदीद गवाह व गोदाम मालिक आदिल मुठभेड़ के बाद से लापता है। वह घर नहीं पहुंचा है। यह बात खुद उसके परिजनों ने बताई है। साथ ही परिजनों का कहना है कि आदिल के पिता सलीम भी मुठभेड़ के बाद से डिप्रेशन में आ गए हैं, जिनका उपचार चल रहा है। पुलिस ने मुठभेड़ में आदिल को चश्मदीद दर्शाया तो वहीं, भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर का आरोप है कि आदिल के पिता सलीम की शह पर ही गोकशी हो रही थी।
दोनों तरफ से चलीं थी 23 राउंड गोलियां, खोखे सिर्फ 8 मिले
इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने मुठभेड़ के बाद तस्करों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उसमें दर्शाया है कि तस्करों की तरफ से फायरिंग होने पर साहस का परिचय देते हुए उन्होंने सात गोलियां चलाईं, जबकि दरोगा ब्रजकिशोर गौतम ने 9 गोलियां चलाईं। वहीं, तस्करों की तरफ से 7 गोलियां चलानी दर्शाई हुई हैं। कुल मिलाकर मुठभेड़ में दोनों तरफ से 23 राउंड गोलियां चलीं, जबकि खोखे सिर्फ 8 बरामद हुए और वह भी पुलिस की तरफ से चलाई गोलियों के।

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दरोगा से विवाद के बाद इंस्पेक्टर के मेसेज ने उड़ाए थे होश

जिस चौकी क्षेत्र में मुठभेड़ हुई, उस पर पूर्व में तैनात दरोगा लोकेश कुमार ने इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी को व्हॉट्सएप पर मेसेज किया था। उसमें लिखा था कोई भी पुलिसकर्मी इंस्पेक्टर से खुश नहीं है। इस मेसेज के बाद इंस्पेक्टर का दरोगा से विवाद भी हो गया था। विवाद के बाद इंस्पेक्टर ने थाने के व्हॉट्सएप ग्रुप पर एक मेसेज डाला था, जिसे पढ़कर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। मेसेज में प्रतीत हो रहा था कि इंस्पेक्टर कोई अप्रिय कदम उठाने वाले हैं।

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