हाइलाइट्स

सूर्य ग्रहण का समापन आज दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा.
सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान-दान किया जाता है ताकि दुष्प्रभावों से मुक्त होकर पुण्य प्राप्त करें.
शरीर शुद्धि के बाद सूर्य देव की आराधना करें और अपनी क्षमता अनुसार दान करें.

आज साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण सुबह 07 बजकर 04 मिनट से लगा है. यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं है, इसलिए इसका सूतक काल नहीं है. हालांकि ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि सूर्य ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है. ऐसे में आप सूर्य ग्रहण के समय खाने, सोने, पूजा पाठ करने से परहेज करें तो अच्छा है. सूर्य ग्रहण का समापन आज दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा. य​​ह ग्रहण 5 घंटे 25 मिनट तक है. सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान-दान किया जाता है ताकि दुष्प्रभावों से मुक्त होकर पुण्य प्राप्त करें. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि सूर्य ग्रहण के समापन के बाद सबसे पहली चीज कौन सी खानी चाहिए, जिससे सूतक का दुष्प्रभाव खत्म हो जाए.

सूर्य ग्रहण के बाद स्नान से करें शरीर शुद्धि
जब सूर्य ग्रहण का समापन हो जाए तो व्यक्ति को स्नान करना चाहिए. इसके लिए आपको नहाने के पानी में थोड़ा गंगाजल और तिल मिला लेना चाहिए. उससे स्नान करना चाहिए. उसके बाद साफ कपड़े पहनें और ग्रहण के कपड़ों को अलग रख दें. इसके बाद यज्ञोपवीत या जनेऊ को बदल दें. नया जनेऊ पहन लें.

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सूर्य ग्रहण बाद करें इन वस्तुओं का दान
शरीर शुद्धि के बाद सूर्य देव की आराधना करें और अपनी क्षमता अनुसार दान करें. सूर्य ग्रहण के बाद गेहूं, लाल फूल, लाल वस्त्र, तांबा आदि का दान करना चाहिए. यह सूर्य देव की प्रिय वस्तुएं मानी जाती हैं.

सूर्य ग्रहण के बाद सबसे पहले खाएं तिल
ज्योतिषाचार्य डॉ. तिवारी बताते हैं कि भागवत पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु के परम भक्त प्रह्लाद को उसके पिता हिरण्यकश्यप कई प्रकार से प्रताड़ित कर रहे थे. उनको मारने तक का प्रयास किया. यह देखकर भगवान विष्णु अत्यंत क्रोधित हो गए, जिससे उनका पूरा शरीर पसीने से भर गया. उस पसीने की बूंद से तिल की उत्पत्ति हुई. तिल को गंगाजल के समान ही पवित्र माना जाता है. तिल के उपयोग से सूतक और पातक के दोष दूर हो जाते हैं.

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इस वजह से सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के समापन के बाद व्यक्ति को सबसे पहले तिल खाना चाहिए. इससे ग्रहण के सूतक का दुष्प्रभाव खत्म हो जाता है. आप तिल से बनी मिठाई या तिल से बना कोई व्यंजन खा सकते हैं.

सूर्य ग्रहण के समय करें मंत्रों का जाप
सूर्य ग्रहण के दौरान व्यक्ति पूजा पाठ नहीं कर सकता है, लेकिन मन ही मन आप मंत्र जाप कर सकते हैं. इसमें आप सूर्य देव के मंत्र या फिर अपने इष्ट देव के मंत्र का जाप कर लें.

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Solar eclipse, Surya Grahan

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