Home Modinagar Modinagar : कोरोना से होटल व्यवसाय हुआ धड़ाम, होटल व्यवसाइयों ने मुख्यमंत्री से लगाई रहत पैकेज की गुहार

Modinagar : कोरोना से होटल व्यवसाय हुआ धड़ाम, होटल व्यवसाइयों ने मुख्यमंत्री से लगाई रहत पैकेज की गुहार

0

कोरोना संक्रमण एवं घोषित लॉकडाउन के चलते विगत 14 माह में नगर, क्षेत्र के होटल व रेस्टोरेंट कारोबारियों को भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजरना पड़ रहा है। नगर के लगभग दस होटल व लगभग 40 रेस्टोरेंट संचालकों ने अपनी दयनीय आर्थिक स्थिति की तरफ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्यान आकर्षित कराते हुए उन्हें आर्थिक संकट से उबारने तथा होटल, रेस्टोरेंट उद्योग को पुनःर्जीवित करने के लिए राहत पैकेज दिए जाने की मांग की है।

बताते चले कि विगत चार दशकों से रेस्टोरेंट कारोबार से जुड़े भुटानी बंधुओं जेपी भुटानी व एचके भुटानी सहित कई रेस्टोरेंट संचालकों का कहना है कि विगत 14 माह के कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन में उन्हें लाखों का नुकसान हुआ है, क्योंकि बिल्डिंग रेंट, बिजली स्टाफ की सैलरी व अन्य कई खर्चे हैं, जो विगत 14 माह से निरन्तर हो रहे हैं, जबकि अन्य में निरन्तर गिरावट आ रही है। कुछ छोटे रेंस्टोरेंट बंद हो चुके है और कुछ बंद होने के कगार पर खड़े हैं।

सैकड़ों कर्मचारियों का भविष्य संकट में

होटल संचालकों का कहना है कि अगर यही स्थिति होटलों की रही तो होटल व्यवसाय बंद हो जायेंगा। महंगाई व कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन की मार ने होटल संचालकों को झकझोर कर रख दिया है। नगर के रिलेक्स गेस्ट हाउस के संचालक राजकुमार ढींगरा का कहना है कि तत्कालीन उपजिलाधिकारी सौम्या पाण्डेय के आदेशानुसार उन्होंने अपने गेस्ट हाउस में कोविड स्टाॅफ की आवासीय सुविधा हेतु लगभग तीन माह कई कमरे उपलब्ध कराए थे। लगभग सवा आठ लाख रू0 के बिल सीएमओ कार्यालय में भुगतान हेतु दिए गए, लेकिन कई माह बीत जाने व लिखित अनुरोध के बावजूद अभी तक बिलों का भुगतान नहीं हो पाया है। ऐसी विकट स्थिति में गेस्ट हाउस का संचालन भी ओर मुश्किल हो गया है।

माफ किए जाए टैक्स व विद्युत बिल

होटल स्वामी ईश्वर चंद, इंडस्ट्रीज एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन के भानु गुप्ता, होटल रेस्टोरेंट संचालक राजकुमार शर्मा आदि ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि उन पर लगने वाले सभी तरह के टैक्स बिजली के बिल आदि माफ किए जाए व कुछ अन्य राहत देकर होटल रेस्टोरेंट उद्योग को पुनः पटरी पर लाया जाए, क्योंकि इनसे हजारों कर्मचारियों का भविष्य जुड़ा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here