मोदीनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर सूबे में नई जनसंख्या नीति 2021-30 जारी किए जाने पर विभिन्न धर्माें से जुड़े लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुये बर्तमान स्थिती को देखते हुए इस नीती को आवश्यक बताया है।
इससे प्रदेश में जंहा खुशहाली आयेंगी वही रोजगार के अवसर भी सर्जित होगें। मेहरा ने कहा कि प्रदेश में ही नही बल्कि भारत में जनसंख्या नियंत्रण कानून जल्दी लागू होने की जरूरत है।
शिक्षाविद्व व वरिष्ठ समाजसेवी प्रो0 डाॅ0 राजपाल त्यागी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसंख्या वृद्वि को लेकर जो नीति का मसौदा तैयार किया है, वह सराहनीय है। हमें इस दशा की ओर पूर्व से ही विचार करने की जरूरत थी। निर्णय की हम सराहना करते है। इससे प्रदेश का चहुमुखी विकास होगा ओर शिक्षा के साथ ही रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
समाजसेवी व वरिष्ठ शिक्षाविद्व मुकेश गर्ग कहते है कि बढ़ती आबादी विकास में बाधा है। प्रजनन दर पर नियंत्रण लगाने के लिए जनसंख्या नियंत्रण नीती के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उठाया गया कदम प्रशंसनीय है। कुछ देर तो कही जा सकती है, लेकिन शुरूआत अच्छी है। तो परिणाम भी बेहतर होंगे। गर्ग ने कहा कि हमें जनसंख्या नीती के नियमो के अनुरूप प्रजनन दर पर नियंत्रण लगाने की जरूरत है। उन्होंने इस नीती का समर्थन किया।
वरिष्ठ फिजिशियन डाॅ0 सतीश त्यागी कहते है कि हर जाति, धर्म, समुदाय के लोगों को बढ़ी हुई आबादी पर नियंत्रण का ध्यान रखना आवश्यक है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जनसंख्या नीति का प्रारूप तैयार करने के साथ ही उसे लागू किये जाने की दशा में उठाया गया कदम सराहनीय है। प्रदेशवासियों को इस नीती के लागू होने से करोडों परिवारों को रोजगार, शिक्षा-दीक्षा व अन्य अवसरों का लाभ मिलेंगा ओर प्रति व्यक्ति आय में तेजी से वृद्वि होगी। इस वृद्वि से प्रदेश का विकास होगा। उन्होंने अपील की कि प्रत्येक समुदाय के लोगों को इसका समर्थन करना चाहिए।