मोदीनगर। करीब पांच दिन पहले एक व्यापारी द्वारा संदिग्ध परिस्थतियों में घर में लगें पखें से लटक कर आत्महत्या किए जाने के मामले में बरामद सुसाइड नोट पर पुलिस अभी तक कोई एक्शन लेती नजर नही आ रही है। चर्चा है कि सुसाइड नोट में कई रसूखदार ब्याजखोरों के नाम अंकित है। मृतक व्यापारी ने जिन ब्याजखोरों से कर्जा लिया था, उनमें खलबली मची हुई है, वही कुछ दलाल किस्म के लोग ब्याजखोरों को ब्लैंकमेल कर पुलिस से समझौता करायें जाने के नाम पर उनसे पैसों की मांग कर रहे है।
बताते चले कि गोविंदपुरी कॉलोनी निवासी इंद्रजीत सिंह उर्फ रिंकू परिवार के साथ रहते थे। वह दिल्ली मेरठ मार्ग पर रुकमणी मोदी मार्केट में गारमेंटस की दुकान करते थे। बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के बाद से दुकान काफी कम चल रही थी। जिस कारण वह डिप्रेशन में रहते थे। भाई तरणदीप सिंह ने बताया कि शनिवार को साप्ताहिक बंदी के चलते दुकान बंद थी। सुबह उठकर वह फिर अपने कमरे में चले गए काफी देर तक जब वह बाहर नहीं आए तो परिजनों ने जाकर देखा तो वह पंखे से लटके हुए थे। घटना के पांच दिन बीत जाने के बाबजूद पुलिस आज तक भी व्यापारी इंद्रजीत सिंह उर्फ रिंकू के सुसाइड का राज नही खोल पाई ओर चर्चा है कि सुसाइड नोट में कई रसूखदार ब्याजखोरों के नाम अंकित है। जिसकों लेकर पुलिस द्वारा कार्रवाही ना किए जाने व सुसाइड नोट की चुप्पी से सवालियां निशान पैदा हो रहे है, वही इस बीच मौके का फायदा उठाकर कुछ दलाल किस्म के लोग भयभीत ब्याजखोरों को अपने चंगुल में फंसाने के फेर में है। ऐसे लोग ब्याजखोरों से संपर्क कर उनका नाम कटवाने व सुसाइड नोट में नाम अंकित होने आदि का भय दिखाकर धन वसूलने की जुगत में लगे है। आखिर पुलिस की चुप्पी पर भी सवालियां निशान लग रहे है।