मोदीनगर। मेरठ से गाजियाबाद की ओर जा रहा कंटेनर तहसील के निकट खराब हो गया। इससे मेरठ से गाजियाबाद की ओर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जिससे वाहन चालकों को मिनटों का सफर तय करने में घंटों लग गए। काम के लिए घर से निकले लोग देर से गंतव्य तक पहुंचे। एंबुलेंस में सवार मरीज और तीमारदारों को इसमें ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बुद्ववार को इंडस्ट्री की बड़ी मशीन लेकर कंटेनर सुबह गाजियाबाद की ओर जा रहा था। जब वह हाईवे पर तहसील के सामने पहुंचा तो तकनीकी खराबी आने से कंटेनर बीच सड़क पर बंद हो गया। वह कुछ इस तरह सड़क पर खड़ा हो गया जिससे हाईवे पर केवल एक छोटे वाहन के निकलने की जगह बची थी। इससे गाजियाबाद की ओर जाने वाले वाहनों की गति थम गई। कई बड़े ट्रक आगे पीछे आ गए और उनको निकलने के लिए जगह नहीं मिली। इसके फलस्वरूप मेरठ से गाजियाबाद की ओर वाहनों कई किलोमीटर कतारे लग गई।
जब जाम मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र में मोहीउद्दीनपुर तक पहुंचा तो यातायात सुचारु होने की जल्दी से कोई उम्मीद पुलिस को दिखाई नहीं दी, तो उन्होंने वाहनों का रूट डायवर्ट कराया दिया। वाहन सवार लोग गून से गंगनहर पटरी मार्ग होकर गंतव्य तक पहुंचे। वहीं, जो लोग जाम में फंसे थे, उनका घंटों का समय बर्बाद हो गया। पुलिस ने जाम खुलवाने की काफी मशक्कत की, लेकिन कंटेनर में भारी वजन होने के कारण उसे हटवाने में दिक्कत आई। देर सांय को मैकेनिक बुलवाकर कंटेनर को चालू कराने के बाद हटाया जा सका।
उसके बाद यातायात सुचारु हो सका। उधर, कुछ वाहनों के विपरीत दिशा में आने से मेरठ की तरफ भी जाम की स्थिति बन गई। पुलिस ने उनको सही दिशा में कराने के लिए काफी देर तक मशक्कत की। कई वाहनों का चालान भी किया। इसके बाद स्थिति नियंत्रित हो सकी। पुलिस क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार सिंह का कहना है कि जाम खुलवाने के लिए पुलिस ने काफी मशक्कत की। पुलिस के प्रयास से ही यातायात व्यवस्था काफी हद तक नियंत्रण में भी रही।