मेरठ में कंकरखेड़ा के मुरलीपुर में पलायन प्रकरण में कमिश्नरी पर धरने पर बैठे हिंदू जागरण मंच अध्यक्ष को पुलिस ने नोटिस दे दिया। नोटिस में लिखा कि बुजुर्ग व्यक्ति, महिलाओं व बच्चों को भ्रमित करके जबरन धरने पर बैठा हुआ है। मुरलीपुर में पलायन प्रकरण के मामले में पुलिस ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी। जिसमें लिखा है कि अवैध हथियार के साथ फोटो वायरल होने के बाद पलायन और धर्मांतरण के मामले को तूल दिया गया। पुलिस की जांच में कोई भी धर्मांतरण या पलायन का मामला सामने नहीं आया।
हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष सचिन सिरोही पीड़ित परिवार को लेकर कई दिन से कमिश्नरी पर धरना देकर बैठे हैं। पीड़ित परिवार को जान का खतरा बना हुआ है मंगलवार रात में सिविल लाइन थाने के साकेत चौकी इंचार्ज भुवनेश कुमार कमिश्नरी पार्क में पहुंचे और सचिन सिरोही को नोटिस दे दिया है। जिसमें कहा गया कि बेवजह इस मामले को तूल देने की कोशिश की जा रही है। उच्च अधिकारियों ने कई बार धरने पर बैठे हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया है। सस्ती लोकप्रियता दिखाने के लिए आप बुजुर्ग लोगों महिलाओं और बच्चों को धरने पर लेकर बैठे हैं। कोरोना काल में किसी की जान भी जा सकती है।पुलिस फोर्स ने उन्हें उठाने का प्रयास भी किया। एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना कि नोटिस दिया है। धरने पर 4 साल का बच्चा बुजुर्ग और महिलाएं को जबरन बैठा हुआ है। अगर उनको कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार सचिन सिरोही ही होंगे।