गाजियाबाद : सेक्टर-23 संजयनगर निवासी राहुल सिंह ने होली एंजल्स पब्लिक स्कूल सोसायटी कविनगर के मैनेजर सिद्धार्थ जैन, उनकी पत्नी व पिता पर स्कूल में पार्टनर बनाने का झांसा देकर डेढ़ करोड़ रुपये ठगने का केस दर्ज कराया है। राहुल सिंह का कहना है कि चिरंजीव विहार निवासी सिद्धार्थ जैन से उनकी करीब 10 वर्षों से दोस्ती है। सिद्धार्थ जैन होली एंजल्स पब्लिक स्कूल सोसायटी कविनगर के मैनेजर हैं। एक दिन सिद्धार्थ जैन, उनके पिता व पत्नी ने उनके सामने स्कूल में पार्टनर बनने का प्रस्ताव रखा। पिता से चर्चा करने के बाद वह स्कूल में पार्टनर बनने के लिए तैयार हो गए। राहुल सिंह का कहना है कि सिद्धार्थ जैन व उनके पिता व पत्नी ने कहा कि उन पर करीब डेढ़ करोड़ की देनदारी है। पार्टनर बनने के लिए वह अदा करनी होगी। इतनी रकम न होने की बात कहने पर उक्त तीनों ने अन्य पार्टनर भी जोडने की सलाह दी। इसके बाद उन्होंने संजयनगर निवासी अजय त्यागी व थाना स्याना, बुलंदशहर के गांव बीटा निवासी दीपक त्यागी को भी पार्टनर बना लिया। इसके बाद डेढ़ करोड़ रुपये स्कूल की एवज में अदा कर दिए। आरोप है कि धोखा देने की नीयत से सिद्धार्थ जैन, उसकी पत्नी व पिता ने उन्हें व उनके पार्टनर्स को अलग-अलग समय पर स्कूल बुलाया और तीनों को ही प्रबंधक का पद दे दिया। साथ ही बाद में पता चला कि उक्त तीनों ने स्कूल को भी अन्य लोगों को बेच रखा है। राहुल सिंह का कहना है कि उन्होंने अपनी रकम मांगी तो उक्त लोगों ने धमकी देनी शुरू कर दी और फिलहाल स्कूल व मकान बेचकर फरार हो गए हैं।
सिहानी गेट थानाक्षेत्र के नेहरू नगर निवासी अधिवक्ता रघुवीर सिंह का कहना है कि वर्ष 2015 में उनकी जान-पहचान होली एंजल पब्लिक स्कूल सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष सिद्धार्थ जैन, पूर्व उपाध्यक्ष व सिद्धार्थ के पिता विपिन जैन, पूर्व प्रबंधक व सिद्धार्थ की पत्नी शानू जैन निवासीगण चिरंजीव विहार, पूर्व उपप्रबंधक साक्षी जिंदल निवासी काशीपुर, पूर्व कोषाध्यक्ष अरूण कुमार गुप्ता, निवासी हापुड़ तथा दो पूर्व कार्यकारिणी सदस्य हिमांशु गुप्ता निवासी हापुड़ व प्रद्युम्न कुमार जैन निवासी चिरंजीव विहार से हो गई थी। उक्त लोगों ने स्कूल समिति की सभी बातें व गोपनीय दस्तावेज उन्हें दिखाए थे। आरोप है कि स्कूल समिति घाटे में चलने की बात कहते हुए सिद्धार्थ जैन ने उनसे आर्थिक मदद मांगी। संबंधों के चलते उन्होंने वर्ष 2015 फरवरी 2020 तक विभिन्न मदद में उक्त लोगों को 8 करोड़ 38 लाख रुपये दे दिए। इस सबके बावजूद भी उपरोक्त स्कूल समिति की आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं आया।
अध्यक्ष बनाकर डिप्टी रजिस्ट्रार के यहां लगा दी आपत्ति
इसके बाद उक्त लोगों ने साजिश के तहत उन्हें दिसंबर 2019 में उन्हें समिति का अध्यक्ष बना दिया। रघुवीर सिंह का कहना है कि इसके बाद उन्होंने स्कूल समिति की नई कार्यकारिणी बनाकर डिप्टी रजिस्ट्रार मेरठ के यहां दस्तावेज दाखिल कर दिए। आरोप है कि उक्त लोगों ने 8.38 करोड़ रुपये हड़पने की नीयत से डिप्टी रजिस्ट्रार के यहां आपत्ति दाखिल कर दी। पीड़ित का कहना है कि इस साजिश में मुरादाबाद निवासी विजय कुमार यादव भी शामिल है। रकम मांगने पर उक्त लोग उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। तीन लोगों से डेढ़ करोड़ लेकर दे दिया प्रबंधक का पद