मोदीनगर। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। पूर्व में उन्हें राशन की दुकानें, बिजली बिल का जिम्मा और अन्य जिम्मेदारी देकर उनकी आय बढ़ाने का प्रयास किया। अब हर ग्राम पंचायत में बने सामुदायिक शौचालय का जिम्मा भी उन्हें दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें प्रतिमाह छह हजार रुपये की धनराशि भी दी जाएगी।
ग्राम पंचायतों में स्वच्छता को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके चलते ही ग्राम पंचायतों के बजट को दो हिस्सों में कर दिया गया है। इसमें एक हिस्सा ग्राम पंचायत के विकास और दूसरा हिस्सा ग्राम पंचायत की स्वच्छता पर खर्च किया जाएगा। इसे टाइट और अनटाइट बजट की श्रेणी में रखा गया है। स्वच्छता पर खर्च होने वाला बजट टाइट बजट है। इसके तहत सभी ग्राम पंचायतों में एक एक सामुदायिक शौचालय का निर्माण होना था। निर्माण उपरान्त इन शौचालयों की देखरेख का जिम्मा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें छह हजार रुपये भी दिए जाएंगे, जिससे वह ठीक तरह से इसकी देखरेख कर सकें। इसके लिए जल्द ही स्वयं सहायता समूहों से आवेदन मांगे जाएंगे।
ब्लाक भोजपुर के बीडीओ फैजल आलम खान का कहना है कि स्वच्छता को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गांवों में बने सामुदायिक शौचालयों की देखरेख का जिम्मा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिया जाएगा।