Disha Bhoomi
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Modinagar। हालहीं में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने 48 घंटे के भीतर अवैध टैक्सी स्टैंड हटाने के आदेश दिये है, लेकिन मोदीनगर में तो हर मोड़ पर अवैध ऑटो स्टैंड व कई स्थानों पर टैक्सी स्टैंड बने हुए है। इतना ही नही ऑटो व टैक्सी चालकों के साथ पुलिस, प्रशासन व नगर पालिका परिषद् के अधिकारी भी गुनहगार हैं, क्योंकि यंहा शहर के हर मोड़, तिराहे व चैराहे पर अवैध ऑटो स्टैंड सड़कों पर ही बने हुए हैं। इस कारण शहर में प्रतिदिन न सिर्फ वाहनों की गति धीमी होती है बल्कि हर रोज लोग हादसे का शिकार भी होते है। ये सिलसिला वर्षाें से जारी है ओर पुलिस, प्रशासन मूक दर्शक बना सब कुछ जानकर भी चुप्पी साधे है।
मोदीनगर में करीब 800 से अधिक ऑटो बेरोकटोक संचालित है, जो दिल्ली- मेरठ हाइवे पर दिन रात दौड़ते है। इसके ठहराव व दौड़ने के लिए कोई रूट तय नही है, जब जी चाहा वंहा ऑटो रोक दिया। अधिकातर ऑटो चालक अपनी मनमर्जी, बिना लाईसेंस व बिना वाहन कागजों के हर रोज ऑटो चालक शहर की करीब आधा दर्जन पुलिस चैकियों के सामने से होकर गुजरते है। इतना ही नही इन अवैध ऑटो से हर रोज लोग हादसों का शिकार भी होते है। ना तो इनका कोई रूट ही तय किया गया ओर ना ही इन पर कोई नंबरिंग आदि की व्यवस्था है। शहर में दर्जनों की संख्या में अवैध ऑटो स्टैंड व कई स्थानों पर अवैध टैक्सी स्टैंड संचालित है।
दुकानदारों के लिए टैक्सी स्टैंड मुफीद साबित हो रहे
दिल्ली- मेरठ मुख्य मार्ग स्थित दुकानदारों के लिए ये अवैध टैक्सी स्टैंड मुफीद साबित हो रहे है। दुकानदार अपने बाहर खड़ें टैक्सी चालकों से प्रतिदिन के हिसाब से निर्धारित रकम वसूल रहे है। इतना ही नही कई ऐसे दुकानदारों ने सड़कों पर भी अपना कब्जा जमाया हुआ है। जिससे उन्हें हर माह हजारों की आय हो रही है। नगर पालिका मोदनगर की ओर से शहर के किसी भी स्थान पर कोई ऑटो या टैक्सी स्टैंड नहीं बनाया हुआ है। सभी स्टैंड अवैध रूप से माफिया चला रहे हैं, जो हर आटो से 20 से 30 रुपये प्रतिदिन वसूलते हैं। ये सब कुछ अकेले माफिया ही नही बल्कि इसमें कही ना कही पुलिस का संरक्षण भी इन्हें प्राप्त है। जिसके चलते पुलिस, नगर पालिका अधिकारी व स्थानीय प्रशासन इन पर सख्ती नहीं करता।
राज चौराहा व गिन्नी देवी गल्र्स कॉलेज के सामने बने अवैध स्टैंड
शहर के अतिव्यस्तम राज चैराह व गिन्नी देवी गल्र्स के कॉलेज के सामने जंहा हर समय पुलिस कर्मी मौजूद रहते है, उस जगह को भी नही छोड़ा। यहां से होकर गुजरने वाले वाहन चालकों को अधिक समय तक नही रूकने दिया जाता, क्योकि हाइवे पर जाम की समस्रूा पैदा हो जाती है। बाबजूद इसके यंहा तैनात रहने वाले पुलिस कर्मियों के सामने ही ऑटो , टैक्सी व ई-रिक्शा चालक बेखौफ तरीके से दिल्ली- मेरठ मुख्य मार्ग पर कब्जा किए खड़े रहते हैं, इतना ही नही यंहा यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करायें जाने को लेकर तैनात पुलिसकर्मी भी इनसे बातों में मशगुल रहते है। इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती।
काॅलोनी के कट पर होते रहते है हादसे
शहर की सुदामापुरी, अग्रसेन पार्क, सुचेतापुरी, हरमुखपुरी, बिसोखर कट, साई मंदिर, गंदा नाला, महेन्द्रपुरी कट, श्रीनगर काॅलोनी, राज चैराह, सौंदा रोड, आदर्श नगर, मोदी इंटर काॅलिज, गुरूद्वारा रोड, कस्बा रोड, तिबड़ा रोड, रेलवे रोड, मोदी मंदिर आदि दर्जनों काॅलोनियों के मुख्य गेट व कटों के सामने प्रतिदिन खड़ें ये अवैध ऑटो दुर्घटना का कारण बनते है। जिसके चलते हर रोज कोई न कोई हादसे का शिकार होता है। इस संबन्ध में पालिका अधिशासी अधिकारी शिवराज सिंह कहते है कि शहर में बढ़ रहे अतिक्रमण के विरूद्व अभियान चलाया हुआ है। इसके लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में हालहीं में लाउडस्पीकर के माध्यम से प्रचार प्रसार कर आगाह कराया गया है कि अतिक्रमणकारी किए हुये अतिक्रमण को स्व्यं हटा लें, वरना पालिका द्वारा पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी में अतिक्रमण हटा दिया जायेंगा।

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