disha bhoomi
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New Delhi –  हिमाचल प्रदेश में 68 सीटों पर इसी साल चुनाव होने हैं। जयराम ठाकुर का कार्यकाल नवंबर में पूरा हो रहा है। वहीं हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का मुंह देखना पड़ा, ऐसे में हिमाचल में अपनी साख बचाने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने मंगलवार को एक मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग हिमाचल में कांग्रेस के सभी बड़े नेता हिस्सा लेंगे।
11 बड़े नेता दिल्ली पहुंचे
दिल्ली के 10 अकबर रोड स्थित पार्टी ऑफिस में इन नेताओं की बैठक दोपहर 12 बजे से होनी है। बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, राष्ट्रीय सचिव सुधीर शर्मा, अनिरुद्ध सिंह, राजेश धर्माणी, रामलाल ठाकुर समेत कुछ विधायक और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
बैठक में कांग्रेस की मौजूदा स्थिति और चुनावी रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
बदल सकता है हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष
सूत्रों की माने तो दिल्ली में आज नए कांग्रेस अध्यक्ष, नए नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस चुनाव प्रभार समिति का अध्यक्ष किसी एक नेता को बनाने पर चर्चा होगी। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर का कार्यकाल पूरा हो गया है। उप चुनाव में 4-0 से शानदार जीत के बाद माना जा रहा था कि कुलदीप को शायद इस बार विधानसभा चुनाव तक न बदला जाए, लेकिन कांग्रेस का एक धड़ा उन्हें पार्टी अध्यक्ष पद से हटाने की कोशिशें कर रहा है। इस पर अंतिम फैसला सोनिया गांधी करेगी।
वहीं कुछ लोग, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपना चाहते हैं। यदि उन्हें अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाती है तो सोनिया गांधी को यह निर्णय करना है कि नया नेता प्रतिपक्ष किसे बनाया जाए। इसी तरह हाल ही जिस तरह के नतीजे पांच प्रदेशों के चुनाव में आएं है,उससे हतोत्साहित कांग्रेस कार्यकर्ता हिमाचल के विधानसभा चुनाव में कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। इसके लिए किसी एक वरिष्ठ नेता को कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
हिमाचल में बढ़ी आप की चुनावी सरगर्मी
पंजाब फतह के बाद हिमाचल में आम आदमी पार्टी की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए कांग्रेस को बिखरती पार्टी को बचाना बड़ी चुनौती है। सोमवार को ही बड़ा झटका देते हुए युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मनीष ठाकुर ने भी आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली है। उनके साथ कुछ और कार्यकर्ता भी आप में पहुंचे है।
सूत्रों के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस के कई नेता पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला और मौजूदा अध्यक्ष कुलदीप राठौर से नाखुश चल रहे हैं।
हर 5 साल में बेदखल होती है सत्ताधीन पार्टी
2017 में हुए चुनावों के दौरान भी कांग्रेस का हाल ठीक नहीं था। तब कांग्रेस ने 21 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि भाजपा ने 44 सीटों पर जीत के साथ सरकार बनाई थी। 3 सीटें अन्य दलों के खाते में गई थीं। हालांकि हिमाचल प्रदेश में हर पांच साल में पार्टी को सत्ता से बेदखल करने की परंपरा है, इस लिहाज से भी अगले चुनाव कांग्रेस की जीत के लिए काफी अहम हो गए हैं।

 

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