Disha bhoomi
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New Delhi – रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव दो दिन के आधिकारिक दौरे पर आज दिल्ली पहुंचेंगे। भारत के लिए यह दौरा काफी अहम है, क्योंकि यूक्रेन मुद्दे पर भारत के साथ के लिए अमेरिका के डिप्टी NSA दलीप सिंह दो दिन के भारत दौरे पर हैं। इस बीच, ब्रिटेन की विदेश सचिव एलिजाबेथ ट्रस भी गुरुवार को एक दिन के भारत दौरे पर आ रही हैं। ट्रस दिल्ली में शाम 5 बजे विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मुलाकात करेंगी।
वहीं, लावरोव के दिल्ली दौरे को लेकर अमेरिका और आस्ट्रेलिया ने भारत की आलोचना की है। दोनों देशों का कहना है कि इस दौरे से अमेरिका और उसके सहयोगियों की ओर से रूस पर लगाए गए प्रतिबंध कमजोर होंगे। ये उभरते सिक्योरिटी पार्टनर्स के बीच एक गहरी खाई की तरह होगा।
अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी जीना रायमोंडो ने बुधवार को वॉशिंगटन में कहा- अब समय इतिहास में सही के साथ खड़े होने का है। यह यूक्रेन के लोगों की स्वतंत्रता, लोकतंत्र और संप्रभुता के लिए खड़े होने और अमेरिका और दर्जनों अन्य देशों के साथ देने का समय है। राष्ट्रपति पुतिन के जंग के दौरान वित्तीय साझेदार बनने का समय नहीं है। हांलाकि, एक सवाल के जवाब में जीना ने कहा कि उन्हें दौरे की पूरी जानकारी नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्री डैन तेहान ने कहा – दूसरे विश्व युद्ध के बाद नियम आधारित नजरिया बनाए रखने के लिए दुनियाभर की डेमोक्रेसी को एक साथ काम करना जरूरी था। दोनों देशों के मंत्रियों के ये बयान क्वाड(QUAD) के सदस्य देशों के बीच भारत के साथ बढ़ती बेचैनी को दर्शाती है।
क्वाड एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन की मुखरता का मुकाबला करने को लेकर 4 देशों का एक समूह है। इसमें भारत सहित अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान भी शामिल हैं। भारत रूसी हथियारों का दुनिया का सबसे बड़ा खरीदार है। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बावजूद भारत ने रूस से किफायती दरों पर क्रूड और सनफ्लॉवर ऑयल खरीदने का सौदा किया है।
सूत्रों के मुताबिक, दोनों देश रूसी बैंकों पर पश्चिमी देशों की ओर से लगाए गए बैन के बाद पेमेंट सिस्टम को आसान बनाने पर चर्चा कर सकते हैं। भारत सरकार रुपया-रूबल व्यापार प्रणाली स्थापित करने पर विचार कर रही है। भारतीय और रूसी वित्तीय अधिकारियों के बीच चर्चा जारी है
ये भी माना जा रहा है कि SWIFT पेमेंट सिस्टम से मुकाबले के लिए रुपया-रूबल ट्रेड विंडो के अलावा, दोनों देशों के केंद्रीय बैंकों के माध्यम से सभी सरकारी और अर्ध-सरकारी भुगतान सीधे निपटाने सहित कार्ड जैसे विकल्पों पर भी विचार कर सकते हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में जंग को लेकर भारत की तटस्थता ने ग्लोबल कम्युनिटी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पिछले दिनों 2 साल बाद भारत दौरा किया और अब लावरोव समर्थन को लेकर भारत पहुंच रहे हैं।
जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने इस महीने की शुरुआत में दिल्ली का दौरा किया। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भी PM मोदी के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस कर चुके है। इस बीच बुधवार को विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से यूक्रेन के हालत पर बात की।

 

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