मोदीनगर। गोविंदपुरी में पुलिस की ओर से ठेली पटरी वालांे के चालान काटे जाने को लेकर शुक्रवार की सुबह व्यापारियों व पुलिस कर्मियो के बीच जमकर तीखी नोंकझोक हुई। व्यापारी नेता हरेंद्र अरोडा व अमितेज जैन के हस्तक्षेप के बाद जब विधायक ने पुलिस अधिकारियों से वार्ता की, तब जाकर मामला शांत हुआ।
शुक्रवार सुबह पुलिस टीम के चार पांच सिपाही गोविंदपुरी मेन मार्किट पहुंचे ओर टीम जब कोविड-19 की गाइडलाईन व अतिक्रमण को लेकर चालान काटने लगी तो पुलिस की इस कार्यवाही का व्यापारी नेताओं ने विरोध किया। संगठन के सचिव गुरमीत सिंह की मौजूदगी में पुलिस के ना मानने पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने थानाध्यक्ष से फोन पर वार्ता की। इस बीच पुलिस कर्मियो व व्यापारी नेताओं के बीच जमकर नोकझौक हुई। मामला विधायक डाॅ0 मंजू शिवाच के समक्ष पंहुचा। उन्होने थाना प्रभारी निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह से वार्ता कर पुलिस की ओर से की जा रही कार्यवाही को रुकवाया।
बताते चले कि कई दिनों से चैकी पर तैनात एक सिपाही का आतंक रूकने का नाम नही ले रहा है। वह यंहा व्यापारियों से लेकर ठेली पटरी वालों तक को काम नही करने दें रहा है। डरा धमकाकर पैसों की मांग करता है ओर ना दिए जाने पर गलत धाराओं में चालान कर देता है। जिससे उसके प्रति लोगों में खासा रोष है। डबल स्टोरी कॉलोनी निवासी वृद्व राम गोपाल परिवार सहित रहते है। वह ठेली पर फल बेचकर परिवार का लालन पालन करता है। शनिवार शाम को पांच बजे के आसपास नगर की गोविन्दपुरी कॉलोनी में ताला फैक्टरी मोड पर राम गोपाल ने फलों का ठेला लगा रखा था। इसी बीच पुलिस कर्मी पहुंचे अतिक्रमण करने की बात कहने लगे। इतना ही नहीं पुलिस कर्मियों ने अतिक्रमण का चालान काटते हुए बीस हजार रुपये का जुमार्ना लगा दिया। बीस हजार रुपये के जुमार्ना की रसीद देखकर वृद्व बेहोश होकर नीचे गिर गया। पीड़ित ने सारे मामले की शिकायत पुलिस के आलाधिकारियों से की है जिसकी अभी तक जांच चल रही है। आरोप है कि पुलिस ने इस तरह का धंधा बनाकर लोगों को ठगने का एक नया फार्मूला एजाज किया है। ठेली पटरी वाले दुकानदारों ने इस मामलें में लिप्त सिपाही का स्थानान्तरण कही ओर किए जाने की मांग की है।