मोदीनगर। कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को उम्मीद के रंग किताब से प्रेरणा दिए जाने की योजना बनाई गई थी। स्कूल को बेहतर बनाने व गुणवत्तापरक शिक्षा बच्चों को देने के नए तरीके शिक्षकों को पढ़ने के लिए मिलने थे। मगर उम्मीद के रंग पुस्तक विद्यालयों में शिक्षकों के हाथों तक नहीं पहुंच सकी है। जबकि इस पुस्तक की लांचिंग 2020 में ही कर दी गई थी।
सरकारी स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से शासन ने उम्मीद के रंग नामक किताब प्रकाशित कराई थी। इसमें प्रदेशभर से 24 जिलों में से हर जिले से एक-एक शिक्षक-शिक्षिका के संघर्ष की कहानी को प्रकाशित किया गया है। जिन्होंने अपने प्रयासों से स्कूल को बेहतर स्थिति में पहुंचाया और स्कूल में छात्र-छात्राओं की संख्या व शिक्षा गुणवत्ता को भी बढ़ाया है। इस पुस्तक की डिजिटल लांचिंग राज्यमंत्री बेसिक शिक्षा डाॅ0 सतीश चंद्र द्विवेदी व निदेशक बेसिक शिक्षा डाॅ0 सर्वेंद्र बहादुर सिंह ने 26 अगस्त 2020 को ही कर दी थी। मगर अभी तमाम विद्यालयों में शिक्षकों के हाथों में ये पुस्तक नहीं पहुंच सकी है।