मोदीनगर। बूथ विजय अभियान के तहत भारतीय जनता पार्टी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 105 वीं जयंती के उपलक्ष्य में शक्ति केंद्र, बूथों पर बूथ समिति व पन्ना प्रमुखों की एक बैठक का आयोजन किया। इस दौरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्प चढ़ाए गए। साथ ही उनके जीवन पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि पार्टी के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह एकात्म मानववाद की विचारधारा वाले संगठनकर्ता व स्वदेश पत्रिका के संपादक रहे। वह एक महान विचारक और एक राजनेता थे। जिन्होंने जनसंघ पार्टी की स्थापना में अहम योगदान दिया था। सिंघल ने कहा कि 25 सितंबर 1916 को उनका जन्म मथुरा के नगला चंद्रभान में हुआ, जब ये मात्र दो वर्ष में थे, तो इनके पिता का देहांत हो गया। कुछ ही वर्षों में उन्होंने अपनी माता को भी खो दिया। इस वजह से उनका लालन पालन ननिहाल में हुआ। परंतु इस यशस्वी बालक ने इन सारी परिस्थितियों का अपनी पढ़ाई पर कोई प्रभाव नहीं आने दिया। राजस्थान से मैट्रिक तथा पिलानी के बिरला कालेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। 1936 में कानपुर से प्रथम स्थान में स्नातक की उपाधि ली। 1937 में पढ़ाई के समय ही वे आरएसएस के संपर्क में आए और 1939 से 1942 तक संघ में प्रशिक्षण लिया। इस अवसर पर विधानसभा व मंडल प्रभारी, मंडल अध्यक्ष आदि मौजूद रहें।