मोदीनगर। लगातार हो रही तेज बारिश के बाद शुक्रवार को आसमान में छाए बादल ने किसानों के चेहरे पर चिंता डाल दी है। किसानों का कहना है कि अब यदि और बारिश हुई तो धान की फसल को जबरदस्त नुकसान हो जाएगा। पहले से ही खेतों में पानी भरा हुआ। इस बार धान की फसल की कटाई 15 दिन देरी से शुरू होने की सम्भावना जताई जा रही है। बारिश होने के कारण जंगल में जगह-जगह जलभराव हो गया है। मौसम विभाग द्वारा शुक्रवार व शनिवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। अलर्ट के बाद से किसानों को अपनी फसल बचाने की चिंता होने लगी है।
गांव सरना निवासी किसान रामोत्तार त्यागी व गांव भोजपुर निवासी कुशपाल चैधरी ने बताया कि पहले से ही खेतों में कई कई फीट पानी भरा हुआ है। यदि अब और बारिश हुई तो सबसे ज्यादा नुकसान धान की फसल को होगा। उनका कहना है कि 1509 व 1121 प्रजाति की धान की फसल इस क्षेत्र में अधिक बोई जाती है। 1509 प्रजाति की फसल पककर बूरी तरह तैयार खड़ी हुई है। खेतों का पानी सुखने के बाद फसल कटाई शुरु हो जाएगी। किसानों का कहना है कि इस बार धान की फसल की कटाई 15 दिन देरी से शुरू होगी। यदि खेतों में पानी भरा रहा तो धान की फसल खराब होने की सम्भावना भी बनी हुई है। कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डॉ0 अरविंद यादव ने बताया कि इस बार सितम्बर माह में रिकार्ड बारिश दर्ज की गई। उन्होने बताया कि बारिश से गन्ने की नुकसान नहीं होगा। अब यदि और बारिश हुई तो धान की फसल की कटाई में देरी होगी और दाना की काला पड़ जाएगा। उन्होने किसानों को सलाह दी कि अब धान की फसल में कोई कीटनाशक व अन्य दवाई ना लगाए।