Modinagar । मौसम भले ही सर्द है, लेकिन राजनीति में गर्माहट है। विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सभी दलों में टिकट के दावेदार सक्रिय हो गए हैं। भाजपा में दावेदारों की भरमार है। मोदीनगर विधान सभा सीट पर सबसे अधिक दावेदार हैं।
बदल रहे चुनाव समीकरण
2017 में भाजपा ने चुनावी समीकरण बदल दिए थे। करीब 18 साल से भाजपा प्रदेश की सत्ता से बाहर थी। ऐसे में तमाम कद्दावर नेता भी चुनाव में उतरने का साहस नहीं बना कर पा रहे थे। क्योंकि तमाम कोशिशों के बाद भी प्रदेश में भाजपा की जमीन तैयार नहीं हो पा रही थी। मगर, 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने परचम लहरा दिया। इसी के साथ मोदीनगर में भी भाजपा ने सीट जीतकर इतिहास रच दिया। साढ़े चार साल के सत्ता के सफर में भाजपा की जमीन काफी मजबूत हुई है। इससे 2022 के चुनाव में बड़ी संख्या में दावेदार चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं। कई वरिष्ठ और पुराने नेता भी मैदान में उतर आए हैं।
जनप्रतिनिधियों के लिए भी कड़ी टक्कर
भाजपा में जिस प्रकार से दावेदार अभी से ताल ठोक रहे हैं, इससे स्वभाविक है कि वर्तमान विधायक को भी कड़ी टक्कर मिलने वाली है। इसलिए इस बार टिकट के लिए वर्तमान जनप्रतिनिधि की भी राह आसान नजर नही आ रही है। भाजपा के अगर दावेदारों की बात की जाये ंतो इन दिनों भाजपा से टिकट के दावेदार में बर्तमान विधायक के अलावा वरिष्ठ भाजपा नेता पुष्पेन्द्र रावत का नाम पहली पक्ति में चलने की बात कही जा रही है। इसके अलावा करीब आधा दर्जन से अधिक नामों की चर्चा भी है। भाजपा के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल कहते है कि भाजपा में लोकतंत्र है। चुनाव के लिए स्वतंत्र रूप से दावेदारी कर सकते हैं। इसलिए दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है। टिकट संगठन को तय करना है। शीर्ष नेतृत्व का निर्णय सर्वाेंपरि होगा।