Home AROND US Modinagar: गिन्नी देवी मोदी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना सी इकाई के समापन दिवस पर किया गया रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन

Modinagar: गिन्नी देवी मोदी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना सी इकाई के समापन दिवस पर किया गया रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन

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आज गिन्नी देवी मोदी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना, सी इकाई के सातवें दिन के समापन समारोह कार्यक्रम आयोजित किए गए।

आज के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्थान फाउंडेशन की प्रेसिडेंट डॉक्टर सोनिका जैन,विशिष्ट अतिथि इनरव्हील क्लब की उपाध्यक्षा श्रीमती रेनू मित्तल एवं इनरव्हील क्लब की सदस्या श्रीमती विनीता महेश्वरी जी थीं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर मीनू अग्रवाल ने की।

कार्यक्रम का शुभारंभ साक्षी शर्मा द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत के साथ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षा प्रोफेसर मीनू अग्रवाल ,अतिथि मंडल, कार्यक्रम अधिकारी डॉ सारिका गर्ग एवं स्वयं सेविकाओं ने मिलकर मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया ।

साक्षी एवं पलक के द्वारा देशभक्ति गीत पर एक सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी गई जिसने सभी को मोहित कर लिया, सना द्वारा गुरु के आदर को दर्शाने वाली एक कविता प्रस्तुत की गई।

योगिता और ट्विंकल ने मां शारदे को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए वंदना की और तन्वी ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया जिससे पूरा सभागार मंत्रमुग्ध हो गया।

श्रीमती रेनू मित्तल जी ने बताया कि वह हमारे ही महाविद्यालय की छात्रा रह चुकी हैं और राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेविका भी ।

राष्ट्रीय सेवा योजना से आपको इतनी प्रेरणा मिली कि ताली बजाने वाली पंक्ति से बाहर निकलकर आज मंच पर अतिथि मंडल में शामिल हो गई ।

उत्थान फाउंडेशन की प्रेसिडेंट डॉक्टर सोनिका जैन जी ज्योतिष शास्त्र में निपुण हैं। आपने स्वयं सेविकाओं को गुरु के महत्व को समझाते हुए स्वयं सेविकाओं को सदैव गुरु के साथ शिष्य का अनोखा रिश्ता होता है समक्षया और यह भी बताया कि शिष्य को हमेशा अपने गुरु के पद चिन्हों पर चलते रहना चाहिए ।

कार्यक्रम की अध्यक्षा एवं महाविद्यालय के प्राचार्या प्रोफेसर मीनू अग्रवाल जी ने सात दिनों की जो स्वयं सेविकाओं की कर्तव्यनिष्ठा कैम्प के प्रति रही उसकी प्रशंसा करते हुए सेविकाओं को सेनिटरी नैपकिन वितरित किए।

अंत में यूनिट सी की प्रभारी डॉक्टर सारिका गर्ग ने अपनी यूनिट की स्वयं सेविकाओं को एक कविता एक एक बूंद मिल जाए तो सागर, धागा मिल जाए तो चादर के माध्यम से सदैव मिलजुलकर के कार्य करने की प्रेरणा दी और कहा कि तभी वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगीं और कुछ अच्छी बातें अपनी जीवनशैली में उतारेगीं तो निश्चित रूप से राष्ट्र , देश और अपने घर का नाम रोशन करेंगीं।

सात दिन के विशेष शिविर को सफल बनाने में भारती राठी, प्रिया, योगिता, हिमांशी, ट्विंकल, शिवानी, बिपाशा, गरिमा, साक्षी आदि स्वयं सेविकाओं तथा महाविद्यालय कार्यालय श्री रविंद्र कुमार जी का विशेष योगदान रहा।

सबसे महत्वपूर्ण योगदान श्री कुणाल जी रहा जिन्होंने कैम्प की गतिविधियों को अपने कैमरे में कैद कर लिया, हमारे इस कार्यक्रम की याद बनाए रखने के लिए

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