Ghaziabad : नेहरू नगर स्थित एक निजी अस्पताल की लिफ्ट में रक्षा मंत्रालय के पूर्व अधिकारी फंस गए। पूर्व अधिकारी के अधिवक्ता बेटे ने 112 नंबर पर फोन कर मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने अधिकारी, उनकी पत्नी और बेटे को बाहर निकलवाया। अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अधिवक्ता ने सिहानी गेट थाने में तहरीर दी।
राजनगर एक्सटेंशन के रिवर हाइट सोसायटी निवासी अधिवक्ता अंकित त्यागी ने बताया कि उनके पिता श्रद्धानंद (64) रक्षा मंत्रालय से सेवानिवृत्त हैं। उन्हें बुखार और इंफेक्शन होने पर 18 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 22 नवंबर को अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। वह तीसरे फ्लोर से अपनी पत्नी और बेटे के साथ लिफ्ट से उतर रहे थे, दूसरे फ्लोर पर पहुंचने पर लिफ्ट बंद हो गई। अंकित ने बताया कि लिफ्ट में न कोई इमरजेंसी बेल थी और न ही फोन। 25 मिनट तक जब लिफ्ट नहीं चली तो उन्होंने फोन कर मामले की जानकारी पुलिस को दी। अंकित ने बताया कि उनकी मां भी अस्थमा और उच्च रक्तचाप की मरीज हैं। लिफ्ट में फंसने से माता-पिता की हालत खराब हो गई। लिफ्ट से बाहर निकलने पर भी दोनों घबराए हुए थे।

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