disha bhoomi
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Samastipur बिहार के समस्तीपुर में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई। मंगलवार को यहां के सदर अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद बेटे का शव देने के लिए गरीब मां-बाप से 50 हजार रुपए मांगे गए।
परिवार के पास इतनी राशि नहीं थी। पैसे की जुगाड़ के लिए वे अपने गांव लौट आए। इसके बाद, वे गांव में आंचल फैलाकर भीख मांगते देखे गए। लोगों के घर जाते और अपनी मजबूरी बताकर मदद की अपील करते। इस दौरान किसी ने वीडियो बना लिया। जो वायरल हो गया।
दरअसल, यह रकम अस्पताल के कर्मचारी ने मांगी थी। मामला अस्पताल प्रबंधन के पास पहुंचा तो आनन-फानन में शव पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद बुधवार को अंतिम संस्कार हुआ। उधर, गांववालों का कहना था कि परिवार इतना गरीब है कि बेटे का अंतिम संस्कार तक नहीं कर सकता था, ऐसे में मोहल्ले के कुछ लोगों ने मदद की।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस मामले में 24 घंटे में CMHO से पूरी रिपोर्ट मांगी है।
बेटा 25 मई से लापता था
ताजपुर थाना के आहार गांव के महेश ठाकुर का 25 साल का बेटा संजीव ठाकुर 25 मई से लापता था। परिजनों ने काफी खोजबीन की।। 7 जून को उन्हें जानकारी मिली कि मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में एक अज्ञात युवक का शव पुलिस ने बरामद किया। इसके बाद वो मुसरीघरारी थाना पहुंचे। थाने से जानकारी दी गई कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। मां-बाप दौड़े-दौड़े सदर अस्पताल पहुंचे।
बेटे के पोस्टमॉर्टम के लिए मां-बाप ने घर-घर जाकर भीख मांगी।
शव के लिए 50 हजार रुपए मांगे
पहले तो पोस्टमॉर्टम करने वाले ने शव दिखाने में आनाकानी की। बाद में गुहार लगाने के बाद उसने शव दिखाया, जिसकी पहचान मां-बाप ने अपने बेटे संजीव ठाकुर के रूप में की। जब पिता ने शव की मांग की तब कर्मचारी ने 50 हजार रुपए मांगे। पैसे नहीं देने पर शव देने से इनकार कर दिया।
पुलिस को शव दिया, फिर परिवार ने अंतिम संस्कार किया
इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ. एस.के चौधरी का कहना है यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। इस पर जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। जब वीडियो सामने आया तो अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में शव पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद परिवार ने अंतिम संस्कार किया।

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