गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में खेत पर चारा लेने गए किसान की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने शव सड़क पर रखकर एनएच-9 को जाम कर दिया। परिजन 50 लाख रुपये मुआवजे और बिजली अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करते रहे। एसडीएम द्वारा पांच लाख रुपये मुआवजे के आश्वासन के बाद जाम खुला। मृतक के पिता ने विद्युत निगम के उपखंड अधिकारी व अवर अभियंता को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। मसूरी थाने के गांव नूरपुर निवासी नितिन कुमार सांगवान (32) पुत्र रामबीर रविवार सुबह 8 बजे घर से पशुओं के लिए जंगल से चारा लेने के लिए गए थे। हाइटेंशन लाइन में चारा टकराने से करंट आ गया और नितिन झुलस गए। आसपास काम कर रहे किसानों ने परिजनों को सूचना दी। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया
मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर डीपी सिंह व सीओ सदर कमलेश पांडे ने भी जाम खुलवाने की कोशिश की। एसडीएम सदर ने 5 लाख रुपये का मुआवजा बिजली विभाग से दिलाने का आश्वासन दिया। मृतक के पिता रामवीर उर्फ पप्पू ने विद्युत विभाग के उपखंड अधिकारी अंशुल राठी व अवर अभियंता शिवम वर्मा को नामजद करते हुए पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। गाजियाबाद से हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर, मुरादाबाद, बरेली व लखनऊ जाने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई। गर्मी के कारण लोग परेशान होते रहे। लंबे रूट पर जाने वाले लोगों के साथ स्थानीय लोगों भी परेशानी का सामना करना पड़ा। नूरपुर के प्रधान नवल कुमार ने बताया कि गांव के जंगल में खेतों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। जिससे पहले भी कई किसान चपेट में आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि विभाग से पहले कई बार तारों को ठीक करने के लिए कहा गया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। किसान की मौत के प्रकरण में एसडीओ को जांच सौंपी गई है। जिसकी लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।