Modinagar आजादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत की आजादी के 75 साल और इसके लोगों द्वारा, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए भारत सरकार की एक अनूठी पहल है । यह महोत्सव भारत के लोगों को समर्पित है, जिन्होंने न केवल भारत को अपनी विकासवादी यात्रा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि उनके भीतर प्रधानमंत्री मोदी के भारत 2.0 को सक्रिय करने के दृष्टिकोण को सक्षम करने की शक्ति और क्षमता भी निहित है, जो आत्मनिर्भर की भावना से प्रेरित है। आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहचान के बारे में प्रगतिशील है।
मोदीनगर स्थित गिन्नी देवी मोदी संस्कृत विद्यापीठ के आचार्यों द्वारा इस पावन अवसर पर विद्यापीठ में ध्वजारोहण किया । यहाँ छात्रों द्वारा संस्कृतभाषा में देशभक्ति गीत , संस्कृतभाषण, संस्कृतसुभाषित इत्यादि कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दी गई ।
प्रधानाचार्य शम्भू नाथ झा द्वारा ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस पर उद्बोधन देते हुए छात्रों में देशभक्ति व राष्ट्रीयएकता का भाव संस्कृत के माध्यम से जागृत किया ।
अध्यापक सतीश कुमार ने स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थ सभी को समझाया । कार्यक्रम के अंत में भारतमाता की जय , वन्देमातरम् आदि जयघोषों के साथ शोभायात्रा भी निकाली गई ।
कार्यक्रम की रूपरेखा आचार्य दामोदर जी द्वारा की गई ।
ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रधानाचार्य शम्भू नाथ झा , सतीश कुमार , सचिन शर्मा , उदयचन्दझा , मनीषमिश्र , दामोदरपौडेल , रामांश , अनुराग , गोविन्द , ओमकार , अमित झा इत्यादि सभी छात्र उपस्थित रहें ।